How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good sapna dosh
सपनों की एक जर्नल रखें: बार-बार आने वाले विषयों और ट्रिगर्स की पहचान करने के लिए जागने के तुरंत बाद अपने सपनों को लिखें।डरावना सपना देखना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जब यह बार-बार हो, दिनभर काम करने की क्षमता कम करे, दिमाग में उसकी यादें बनी रहें या व्यक्ति सोने से ही डरने लगे, तब इसे नाइटमेयर डिसऑर्डर माना जाता है. ऐसे लोगों में अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी, याददाश्त में कमी और बुरे सपनों का लगातार डर देखने को मिलता है. बच्चों में यह समस्या होने पर माता-पिता की नींद भी प्रभावित होती है.
दिन में कोई ऐसी घटना हुई हो जो आपके दिमाग में बार बार आ रही है, तो आप बुरे सपने देख सकते हैं.
अगर आपकी भी डरावने सपने आने की वजह से दिनभर की गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं, तो यह समय उन्हें कुछ घरेलू उपाय आजमाकर कंट्रोल करने का है। आइए जानते हैं कैसे।
सपने आना बहुत ही आम बात है. जब भी आप सोते हैं, तो आपको किसी न किसी तरह के सपने आते हैं.
पूरी रात सपने क्यों आते हैं और कब आते हैं?
रोजाना आपको एक ही समय पर सोएं, इससे आपको बुरे here सपने परेशान नहीं करेंगे
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अच्छी नींद चाहते हैं और बुरे सपनों से बचना चाहते हैं तो आपको हफ्ते में कम से कम तीन दिन कसरत करनी ही चाहिए
रिलैक्सेशन तकनीक: एक्सपर्ट के अनुसार बिस्तर पर जाने से पहले तनाव के स्तर को प्रबंधित करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसल्स रिलैक्सेशन का अभ्यास करें। इस प्रकार आपका दिमाग रिलैक्स रहता है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
क्या होते हैं बुरे सपने और कैसे करते हैं व्यक्ति को परेशान-
इन सपनों की वजह से रात में आराम से सो भी नहीं पाते हैं.